Dua e Maghfirat in Hindi । दुआएं मगफिरत हिन्दी में ।
दोस्तों अस्सलाम अलैकूम। दोस्तों जैसा कि हमसब जानते हैं। अल्लाह तआला बहुत ही रहमान रहीम है। हम जितनी भी कर ले और सच्चे दिल से तोबा कर के अल्लाह से माफी मांगे तो अल्लाह तआला हमें माफ कर देते हैं। फिर भी हमे अपने और अपने परिवार और दुनिया के तमाम मुसलमान भाईयों के मगफिरत की दुआं जरूर करनी चाहिए। इसीलिए लिए आज हम दुआएं मगफिरत हिन्दी में (Dua e Maghfirat in Hindi) लिख रहे हैं। ताकि आप सब इसे आसानी से याद कर लेंगे।
Dua e Maghfirat in Hindi । दुआएं मगफिरत हिन्दी में ।
तर्जुमा : ऐ हमारे पालने वाले हमने अपना आप नुकसान किया और अगर तू हमें माफ न फरमाएगा और हम पर रहम न करेगा तो हम बिल्कुल घाटे में ही रहेगें।
सूरह अल-आराफ़ 7:23
Marhum Ki Maghirat Ki Dua । मरहूम की मगफिरत की दुआ
ऐसा कोई न होगा जिनके परिवार के इस दुनिया को न छोड़ चुके हो। ऐसे में अपने परिवार/खानदान/दुनिया के तमाम मुसलमान के लिए मगफिरत के लिए दुआ करना चाहिए। इससे दुनिया से रुखसत हो गए लोगो को कब्र में बहुत ही फायदा एंव आराम मिलता है। तो आइये जाने मगफिरत की दुआ हिंदी में और मगफिरत क्या होता है।
जो लोग दुनिया छोड़ चुके है या इन्तेकाल कर चुके है। उनके लिए दुनिया में मौजूद इंसान/परिवार के लोग अल्लाह पाक से उनके लिए कब्र के अजाब से बचाने के लिए मगफिरत की दुआ करते है। जिससे जिस इंसान की मय्यत हो चुकी है। उसे अल्लाह पाक के अजाब से छुटकारा मिले। उस मय्यत वाले इंसान को अल्लाह पाक जन्नत में आला मुकाम फरमाए। यह दुआ जो मांगी जाती है इसे ही मगफिरत की दुआ कहा जाता है।
Marhoom ki Maghfirat ki Dua Hindi
मगफिरत की दुआ करने से पहले, सबसे पहले कब्र पर फातिहा जरूर पढ़ें। फातिहा पढ़ना बहुत ही आसान है। सबसे पहले। अउजबिल्लाह ,बिस्मिल्लाह पढ़ें। फिर सूरह फातिहा, सूरह अनन्नास, सूरह फलक, सूरह इखलास और फिर सूरह काफीरुन पढ़ें। इसके बाद तीन बार दरूद शरीफ पढ़ कर फिर दुआं करें। अल्लाह पाक की रहमत के लिए अल्लाह की बारगाह में मगफिरत की दुआ करे अल्लाह पाक से रो रो कर दुआ मांगे। दुआ मांगने के तरीका नीचे पढ़े:-
नोट: कब्र पर फातिहा पढ़ने के बाद मगफिरत की दुआ से पहले 3 बार दरूद इब्राहिम जरूर पढ़े ।
- या अल्लाह तु रहमान है ।
- या अल्लाह तू रहीम है,।
- तू करीम है तू पाक बेनियाज है।
- तू गहफुरु रहीम है ।
- तेरे सिवा या मेरे अल्लाह कोई इबादत के लायक नहीं ।
- या अल्लाह तू सारें जहाँ का मालिक है।
- या अल्लाह मैंने तेरे “कलाम ए पाक” की तिलावत की या अल्लाह मैंने इसे पढने में बेशक और बेशुमार टूटी फूटी गलतियां की होंगी।
- या अल्लाह तू अपने फज़ल ओ करम से इन तमाम टूटी फूटी गलतियों को माफ फरमा दे
- या अल्लाह मैंने जो तेरे बारगाह में कलाम ए पाक की तिलावत की उसे कबूल फरमा।
- इसका सवाब देश दुनिया के तमाम मुसलमीन और मुसलमान को जो इस दुनिया को छोड़ चुके या इस दुनिया से रुखसत कर चुके है उन्हें पहुंचा
- या मेरा अल्लाह दुनिया के तमाम मुसलमानो और मेरे खर खानदान के लोगो को दादा दादी( नाम जोड़े जिनके दुआं करनी हो।)की मगफिरत अता फरमा
इसके बाद तीन बार दरूद ए पाक पढ़ ले इस तरह इंशा अल्लाह मगफिरत की दुआ मुकम्मल हो जाएंगी।