Masjid Mein Dakhil Hone Aur Nikalne Ki Dua । मस्जिद में दाखिल होने और निकलने की दुआं।
Masjid Mein Dakhil Hone Aur Nikalne Ki Dua । अस्सलाम अलैकूम दोस्तों। दोस्तों अक्सर हम मस्जिद में नमाज के लिए जाते हैं। पर हम में से कुछ ऐसे लोग होते हैं। जो मस्जिद तो रोज़ नमाज़ के लिए जाते हैं। पर मस्जिद में दाखिल होते वक्त ऐसे ही चलें जाते हैं। और मस्जिद में दाखिल होने की दुआं ही नहीं पढ़ते है। क्योंकि अक्सर लोगों को पता ही नहीं होता है की मस्जिद में दाखिल होते और मस्जिद से बाहर निकलने की दुआं क्या है।
इसी लिए आज हमने अपने मुसलमान भाईयों के आसानी के लिए मस्जिद में दाखिल होने और मस्जिद से बाहर निकलने की दुआं हिंदी अरबी और अंग्रेजी में लिखा है।
आप जब भी मस्जिद में जाएं इस दुआं को जरूर पढ़े।
- Masjid Mein Dakhil hone Ki Dua । मस्जिद में दाखिल होने की दुआं।
- Masjid Se Bahar Nikalne Ki Dua । मस्जिद से बाहर निकलने की दुआं।
Masjid Mein Dakhil hone Ki Dua । मस्जिद में दाखिल होने की दुआं।
नोट:- जब भी आप मस्जिद से दाखिल हो सबसे पहले अपना दाहिना पैर में रखे और फिर ये दुआं पढ़ें।
** अल्लाहुम्मफ़ तहली अब्वाबा रहमति क **
तर्जुमा:- ए अल्लाह मेरे लिए अपनी रहमत के दरवाज़े खोल दे ।
__ اللَّهُمَّ افْتَحْ لِي أَبْوَابَ رَحْمَتِكَ __
__ Allahummaf Tahli Abwaba Rahmatika __
Hadith । हदीस
अबू उसैद अल-अंसारी रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया जब तुम में से कोई मस्जिद में दाखिल हो तो नबी सल्ललाहु अलैही वसल्लम पर दुरुद और सलाम भेजे और फिर ये दुआ पढ़े
اللَّهُمَّ افْتَحْ لِي أَبْوَابَ رَحْمَتِكَ
अल्लाहुम्मा अफ्ताहली अबवाबा रहमति का
(एह अल्लाह मेरे लिए तेरी रहमत के दरवाज़े खोल दे)
सुनन अबू दाऊद, जिल्द 1, 463-सही
Masjid Se Bahar Nikalne Ki Dua । मस्जिद से बाहर निकलने की दुआं।
नोट:- दोस्तों जब भी आप मस्जिद से बाहर निकलने लगें तो सबसे पहले आप अपना बायां पैर बाहर रखें फिर इस दुआं को पढ़ें।
** अल्लाहुम्मा इन्नी अस अलुका मिन फजलिक **
तर्जुमा:- ए अल्लाह मैं आप से फज्ल मांगता हूँ।
__ اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْأَلُكَ مِنْ فَضْلِكَ __
__ Allahumma Inni As Aluka Min Fazlik __
Hadith । हदीस
अबू उसैद अल-अंसारी रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया जब तुम में से कोई मस्जिद से बाहर निकले तो ये दुआ पढ़ेاللَّهُمَّ إِنِّي أَسْأَلُكَ مِنْ فَضْلِكَ
अल्लाहुम्मा इन्नी असअलुका मीन फजलिक
सुनन अबू दाऊद, जिल्द 1, 463-सही