Dua Mangne Ka Tarika in Hindi । दुआं मांगने का तरिका हिन्दी में ।
Dua Mangne Ka Tarika in Hindi: दोस्तों अस्सलाम अलैकूम । प्यारे दोस्तो हर मुसलमान को ये तो मालूम ही रहता है की नमाज के बाद, जनाजे की नमाज के बाद और हर स्पेशल मौके पर अल्लाह तआला के बारगाह मे दुआं किया जाता है। पर बहुत ही कम लोग है जिन्हे अच्छे से दुआं मांगना आता है।
कुछ दोस्तो का कमेंट आया था की दुआं मांगने का आसान तरिका बता दिजिए। तो उन दोस्तो और हमारे प्यारे मुसलमान भाईयो के लिए हमने दुआं मांगने का तरिका लिख रहे है। अल्लाह रब्बुल इज्ज़त हमारी दुआएं क़बूल करें। आमीन।
Dua Mangne Se Pahle । दुआ मांगने से पहले।
हमें चाहिए की हम जब भी दुआ करे वजू जरुर बना ले । ( वजू करने का सही तरीका) । पाक साफ रहें। और नमाज या कुरान पढ़ने के बाद या फिर ऐसे भी अल्लाह तआला से हमेशा दुआं मांगे। उलैमा फ़रमाते हैं। अल्लाह तबारक व तआला उस वक्त सबसे क़रीब होता है। जब बन्दा सजदा करता है। तो हमारे प्यारे दोस्तों नमाज की पाबंदी करें और अल्लाह तबारक व तआला के करीब हो कर खुब दुआं करें।
- हम्द ओ सना करना और अल्लाह के सिफ़ाती नाम का वसीला लगाना चाहिए
- दरूद शरीफ पढ़ना चाहिए
- नबी अकरम ﷺ पर दुरूद भेजना चाहिए
- किबला का रुख बैठ कर दुआ मांगने चाहिए
- पाक साफ़ होकर दुआ मांगने चाहिए
- रो रो कर सच्चे दिल से अल्ल्लाह पाक से दुआ मांगने चाहिए
- दोनों हाथो को उठाकर दुआ करना चाहिए।
Dua Mangne Ka Tarika in Hindi । दुआ मांगने का तरीका हिंदी में।
- अल्लाह रब्बुल इज्ज़त हमारे हक़ में दुआ क़ुबूल करे । दुआ मांगने का तरीका हिंदी में यूँ है कि- Dua In Hindi
- अये अल्लाह ﷻ हमारे गुनाहों को माफ़ फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ हमें लैलतुल क़द्र अता फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हमें क़ामिल इमां नसीब फ़रमा और पूरी हिदायत फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ क़लमा -ऐ -तय्यबा ज़बान पर जारी फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ हमें पूरे रमज़ान के रेहमतें , बरकतें और अन्वरत अदा फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हमारे दिलोँ को इक्लास के साथ दिन की तरफ फेर दे
- ऐ अल्लाह ﷻ अपना ख़ास रहमत नाज़िल फ़रमा और अपने क़हर वो अज़ाब से बचा
- अये अल्लाह ﷻ झूठ , ग़ीबत , कीना बुग्ज़ , तकब्बुर , बुराई और झगडे से हमारी हिफाज़त फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ हमारे सग़ीरा व कबीरा गुनाहों को माफ़ फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ एक लम्हे के लिए भी हमें दुनिया के हवाले ना फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ तंगदस्ती , खौफ , घबराहट और क़र्ज़ के बोझ को दूर फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हश्र की रुस्वाई से हमारे वालिदैन और पूरी उम्मत -ऐ -मोहम्मदिअ की हिफाज़त फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ पुलसरात से बिजली की तरह गुज़ार दे
- अये अल्लाह ﷻ बिना हिसाब ओ किताब जन्नतुल फिरदौस में हमें जगह अता फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ नामा -ऐ -आमाल हमारे दाएं हाथ में अता फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ अपने अर्श के साये में जगह नसीब फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हज-ऐ -बैतुल्लाह मक़बूल व मबरूर नसीब फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ मुनकिर व नकीर के सवालात हम पर आसान फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हलाल रोज़ी अता फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ क़यामत के रोज़ अपना दीदार अता फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हमें तेरे बन्दौं का मोहताज ना बना
- ऐ अल्लाह ﷻ छोटी बड़ी बीमारी से हमारी और उम्मत -ऐ -मोहम्मदिअ की हिफाज़त फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ तक़वा और परहेज़गारी नसीब फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ अपने हबीब ﷺ की प्यारे तरीके हम को सीखा दे और
- आप ﷺ की सुन्नत पर चलने की तौफ़ीक़ अता फ़रमा
Dua Mangne Ka Tarika । दुआं मांगने का तरिका
- अये अल्लाह ﷻ क़यामत की दिन हुज़ूर ﷺ की शिफाअत नसीब फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ क़यामत की दिन हुज़ूर ﷺ की मुबारक हाथोँ से जाम -ऐ -कौसर (पीना) नसीब फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ हमारे दिलों में अपनी और हुज़ूर ﷺ की मुहब्बत नसीब फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हमे सच्ची पक्की तौबा करने की तौफीक अता फ़रमा
- या रहमान , या रहीम , या मलिक , या कुदुस , या सलाम , या ग़फ़्फ़ार ,
- या ग़फ़ूर , या करीम हमारे गुनाहों को माफ़ फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हमे गुनाहो से नफ़रत देदे , या अल्लाह ﷻ जाने अनजाने में हमसे जो गलतियां हुई उन्हें माफ़ फ़रमा
- या अल्लाह हम जो गलतियों की तौबा करना भूल गए आप उन गलतियों को भी माफ़ फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ तमाम मरहूमों को जन्नत उल फिरदौस अता फ़रमा , दोज़ख क़े अज़ाब से , कबर क़े अज़ाब से और जहन्नुम की आग से बचा
- ऐ अल्लाह ﷻ हमे नेक बना
- अये अल्लाह ﷻ हमारे बच्चों को नेक तौफ़ीक़ और नेक हिदायत अदा फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हमारे बच्चों की ज़िन्दगी आसान करदे
- ऐ अल्लाह ﷻ हमारे बच्चों की इम्तेहान में कामयाबी अताश फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हमे अपने माँ बाप की तरफ प्यार और सबर से पेश आने की तौफीक अता फ़रमा
- ऐ अल्लाह ﷻ तमाम उम्मते मुस्लिम की जायज़ दुआएं क़ुबूल फ़रमा
- अये अल्लाह ﷻ हमारी दुआओं को अपने फ़ज़्लो करम से अपने रहमो करम से क़बूल फ़रमा
- ऐ अल्लाह मुझ पर और तमाम उम्मत पर रेहम फ़रमा आमीन
- ऐ अल्लाह मुझे और तमाम उम्मत को बचा बेरोज़गारी से, तंगदस्ती से , दुश्मनो से , बुरी नज़र से आज़माइश से , घर की परेशानियों से , रिज़्क़ की कमी से , हराम की कमाई से
- रुस्वाई से , क़र्ज़ से , मर्ज़ से , कुफ्र से , जहन्नम से , हिसाब से , औलाद के दुःख से
- तेरी नाफरमानी से , वालेदैन की नाफरमानी से , तेरी नाराज़गी से
- तेरे और तेरे प्यारे हबीबﷺ की नापसंद कामो से ~ आमीन
या अल्लाह इस दुआ को हमारे पास पोहचने वालो की सारी परेशानिया दूर कर- आमीनया। अल्लाह मेरी ये दुआ तमाम उम्मत के हक़ में क़बूल फ़रमा (आमीन आमीन)
Dua Mangne Ke Bad । दुआं मांगने के बाद।
दुआं मांगने के बाद दरूद शरीफ ज़रूर पढ़ें। जो भी दरूद शरीफ आपको याद हो। इंशाअल्लाह आपकी दुआं जरूर क़बूल हो जाएंगी। अगर दरूद इब्राहिम पढ़ना चाहते हैं तों दरूद शरीफ पर क्लिक करें। दरूद इब्राहिम हिंदी में।
Conclusion
दोस्तों हमने आपकों कुछ खास दुआएं बता दिया है। अगर आप किसी निकाह में है तो अपने हिसाब से अपने लहज़े में अल्लाह तबारक व तआला से दुआं करें। अल्लाह रब्बुल इज्ज़त अपने बंदे की रग रग से वाकिफ हैं। वो अपने बंदे की दिल की बातों को खुब समझता है। अल्लाह तआला हमें दिन के सच्चे रास्ते पर चलने की तौफीक अता करें। आमीन।