Nazar Ki Dua in Hindi | नजरें बद की दुआं।
Nazar Ki Dua: अस्सलाम अलैकूम दोस्तों। दोस्तों आज जो दुआ हम लिख रहे हैं। यह हर मुसलमान भाई बहन को याद होना चाहिए। आज की दुआं है नजरें बद से बचने की दुआं (Nazar ki Dua) । और नजरें बद दुर करने की दुआं। दोस्तों अगर आपको अपना या किसी और का मकान औलाद, या कोई भी चिज़ अच्छी लगे तो क्या पढ़ेंगे। आइये जानते हैं। और भी दुआं पढ़ें।
तर्जुमा : जो अल्लाह चाहे कोई ताकत नहीं मगर अल्लाह की मदद से।
सूरह कहफ : आयत 39 ( तफसीर इब्ने कसीर)
तर्जुमा : मैं अल्लाह के पूरे कलिमों के जरीए पनाह माँगता हूँ हर शैतान की बुराई से और हर तकलीफ देने वाले जानवर की बुराई से, और हर नज़र लगने वाली आँख की बुराई से।
वजाहत : रसूलुल्लाह ﷺ हज़रत हसन और हज़रत हुसैन के लिए इन कलिमों से पनाह माँगते थे।
और फरमाते थे के हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम और हज़रत इस्हाक अलैहिस्सलाम के लिए इन कलिमों से पनाह माँगा करते थे।
सहीह बुख़ारी : बदउलख़ल्क (2/315)
हमें उम्मीद है नजरें बद की दुआं अपने अच्छे से पढ़ लिया होगा। अगर आपको ये पोस्ट अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में शेयर जरुर करे।और कमेंट में माशाअल्लाह जरूर लिखें। शुक्रिया।
Nazar Ki Dua । नज़रें बद से बचने की दुआं।
|| माशाअल्लाहु लाकुव्व-त- इल्ला बिल्लाह ||
( مَا شَاءَ اللَّهُ لَا قُوَّةَ إِلَّا بِاللَّهِ )
सूरह कहफ : आयत 39 ( तफसीर इब्ने कसीर)
Nazar Utarne Ki Dua । नज़रें बद दुर करने की दुआं।
अऊजूबि -कलिमातिल्लाहित्ताम्मती मिन कुल्ली शैतानिंव व् हाम्मतिंव व मिन कुल्लि अैनिल्लाम्मह
اَعُوذُ بِكَلِمَاتِ اللهِ التّامَّةِ مِنْ كُلِّ شَيْطَانٍ وَهَامَّةٍ وَ مِنْ كُلِّ عَيْنٍ لَّامَّةٍ
तर्जुमा : मैं अल्लाह के पूरे कलिमों के जरीए पनाह माँगता हूँ हर शैतान की बुराई से और हर तकलीफ देने वाले जानवर की बुराई से, और हर नज़र लगने वाली आँख की बुराई से।
वजाहत : रसूलुल्लाह ﷺ हज़रत हसन और हज़रत हुसैन के लिए इन कलिमों से पनाह माँगते थे।
और फरमाते थे के हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम और हज़रत इस्हाक अलैहिस्सलाम के लिए इन कलिमों से पनाह माँगा करते थे।
सहीह बुख़ारी : बदउलख़ल्क (2/315)
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माशाअल्लाह