Tushar Jain Motivational Success Story: बैंग बेंच कर करोड़ों के मालिक बने तुषार जैन।


Tushar Jain Motivational Story: उपर वाले पर विश्वास कर के कोई भी काम सुरु करो तों उसमें फायदा जरूर होता है। हमें इस कहानी को बताने का सिर्फ यही उद्देश्य है कि आप जो भी कर रहे हैं, मेहनत लगन से किजिए कामयाबी जरूर मिलेगी। ये स्टोरी आपके अन्दर जूनून और जज्बा पैदा करेंगी। तों इसे अंत तक जरूर पढ़ें।

 मुंबई जैसी भीड़भाड़ वाली सड़क जहां हर किसी के सपने अक्सर टूट जाते हैं हैं, उसी मुंबई मे आकर बिजनेसमैन Tushar Jain ने एक छोटी शुरुआत से लेकर एक High Spirit जैसे बड़े बैग कम्पनी को खड़ा कर दिया। इस ब्लॉग पोस्ट मे हम तुषार जैन की इस इंस्पायरिंग जर्नी की समझने जा रहे है। तुषार जैन की ये स्टोरी काफी इंट्रेस्टिंग है दोस्तो क्योंकि उन्होंने एक स्ट्रीट वेंडिंग बिजनेस को ₹250 करोड़ के बैग साम्राज्य में बदल दिया। और वो कैसे किया आइए जानते है।

Tushar Jain: मुंबई की सड़कों पर बैग बेचना



Tushar Jain की शुरुआत की लाइफ बड़े फाइनेंशियल स्ट्रगल से भरी थी क्योंकि उनके फैमली को प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। अपने फैमिली को सपोर्ट करने के लिए तुषार ने अपने पिता के साथ मुंबई की सड़कों पर बैग बेचना शुरू किया। यह उनकी लाइफ का एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ क्योंकि की बैग मार्केट की कमियां उन्हे एक बिजनेस आइडिया के रुप में दिख रही थी।

Tushar Jain ने की एक बैग मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत

तुषार अपने लाइफ के परिस्थितियों से विचलित हुए बिना, एक बैग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को स्थापित किया। और अपने बैग बिजनेस का दायरा बढ़ाया। 2007 तक, बैग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट काफी अच्छे से चल रहा और इसके साथ Tushar Jain ने उस साल 25 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज किया। अब तुषार को खाली एक बैग यूनिट तक सीमित नही रहना था और यही से उन्होंने अपने बिजनेस को नया मोड़ दिया।

High Spirit Commercial Ventures को लॉन्च किया

2012 में, तुषार जैन ने हाई स्पिरिट्स कमर्शियल वेंचर्स (High Spirit Commercial Ventures) को एक फॉर्मल रूप देकर एक बड़ी छलांग लगाई। उनकी कंपनी हाई स्पिरिट हमेशा क्वालिटी पर पूरा फोकस करती है। लेकिन क्वॉलिटी के साथ लोगों के जेब पर उनके प्रोडक्ट भारी ना पड़े इसलिए उनको अफोर्टेबल रखा जाता है।

अपने कम्पनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलिओ को बढ़ाते हुऐ उन्होने हैशटैग ब्रैंड को नए जमाने के लोगों पर फोकस करता है। और TraWorld जो एक प्रिमियम ट्रेवलर लगेज ब्रैंड है। उसके साथ प्रायोरिटी नामका एक ब्रैंड जो बस अंब्रेला बनाता है। इस तरह से लोगों के हर एक जरूरत को समझ के उन्होने नए ब्रैंड सामने लाए हैं।

मार्केट की चुनौतियों से निपटना और आगे बढ़ना

भारत के लोग बड़े प्राइस सेंसिटिव होते है। उन्हे बेस्ट प्रोडक्ट चाहिए लेकिन वो सस्ता होना चाहिए। हर किसी को डिस्काउट की आदत सी लग चुकी है यह तुषार जैन भली भांति जानते थे। इसलिए उन्होने हाई क्वॉलिटी प्रोडक्ट बनाए लेकिन उनकि किमते काफी अफोरटेबल रखी।

डिजिटल युग और ब्रैंडिंग

तुषार जैन ने बिजनेस ग्रोथ में डिजिटल प्लेटफॉर्म के महत्व को पहचाना। उन्होंने हाई स्पिरिट्स के मार्केटिंग और नए जमाने के मार्केट के साथ जुड़ने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का लाभ उठाया। अपनी कम्पनी के ब्रांडिंग के लिए उन्होंने बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री सोनम कपूर को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया।

Tushar Jain जी के बिजनेस का इंपैक्ट


तुषार जी ने 500 से ज्यादा कारीगरों की रोजगार उपलब्ध करके दिया है। इसके अलावा उनकी कंपनी में 500 एम्पलाइज पेरोल पे हैं। तुषार जैन अपने काम के इंपैक्ट से देश के छोटे Entrepreneurs को बढ़ावा देते है। और यही Entrepreneurs आगे जाकर उनके लिए डिस्ट्रीब्यूटर्स काम करते है। ऐसा करने से उनके कम्पनी के प्रोडक्ट भारत के बड़े शहरों से लेकर छोटे गावों में भी पोहंच गए है। तुषार जैन की कम्पनी आज की तारीख में 30,000 से 35,000 के बैग यूजिट्स हर दिन बनाती है।

YearMilestone
1999Started trading in Surat with 300 retailers
2002Moved to Mumbai for pan-Indian market
2006Launched in-house brand ‘Priority’
2007Established as a well-established unit
2012Official beginning of High Spirit Commercial Ventures
2014Production capacity reached 10,000 to 20,000 bags/day
2017Launched Traworld and Hashtag, revenue at Rs 250 crore

₹1,000 करोड़ का लक्ष्य

तुषार जैन ने हाई स्पिरिट्स की भविष्य की प्लानिंग के बारे में जानकारी देते हुवे यह कहा की वो आनेवाले 5 सालो में ₹1,000 करोड़ का टर्नओवर का आंकड़ा छूने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। उसके लिए हाली में उन्होंने मुंबई के बिवंडी एरिया में 1.31 लाख स्क्वेयर फूट की बड़ी फैक्टरी खडी की है जो बड़ी मात्रा में बैकपैक्स को बनाने का काम करेगी। इसीके साथ तुषार जैन आने वाले समय में पटना, बिहार में बड़ी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी को बनाने जा रहा है। जिसकी मदत से वो 25 लाख बैग हर साल बनाने का लक्ष्य निर्धारित करते है।

एक स्ट्रीट वेंडर से ₹250 करोड़ की बैग कंपनी के मालिक तक तुषार जैन की यात्रा Persistence और अटूट दृढ़ संकल्प का उदाहरण है। हाई स्पिरिट्स कमर्शियल वेंचर्स न केवल Entrepreneurial सफलता का एक प्रमाण है, बल्कि महत्वाकांक्षी व्यावसायिक उत्साही लोगों के लिए आशा की किरण भी है। जैसा कि तुषार अपनी कंपनी को नई ऊंचाइयों की ओर ले जा रहे हैं, हाई स्पिरिट्स की कहानी हम सभी को बड़े सपने देखने और सभी बाधाओं के बावजूद दृढ़ रहने के लिए प्रेरित करती है।


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