Sadqa ki Taqat in Hindi | सदका की ताकत हिन्दी में।
Sadqa ki Taqat in Hindi | सदका की ताकत हिन्दी में।
रसूले अकरम सल्ललाहू अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया।जब अल्लाह तआला ने जमीन को पैदा किया तो वह हिचकोले खाती थी, फिर अल्लाह ने पहाड़ को पैदा किया, और उसे हुक्म दिया कि वह जमीन को थामें रखें, चुनांचे वह ठहर गई, तब फरिस्तो को पहाड़ो की मजबूती पर ताज्जुब हुआ, फरिस्ते कहने लगे।
ऐ अल्लाह आपकी मखलूक में से कोई चीज पहाड़ से भी सख्त है ।
अल्लाह तआला ने फ़रमाया लोहा इस से भी सख्त है, फिर फरिस्तो पुछा लोहे से भी ज्यादा सख्त कोई चीज है, अल्लाह तआला ने फ़रमाया, आग । पुछा आग से भी ज्यादा सख्त कोई चीज है, फरमाया पानी। पुछा पानी से भी ज्यादा सख्त कोई चीज है, फरमाया हवा पानी से भी ज्यादा सख्त है। पुछा हवा से भी ज्यादा सख्त कोई चीज है।
अल्लाह तआला ने फ़रमाया, हां । वह आदमी जो इस तरह सदका दे कि दाऐ हाथ से तो बाऐ हाथ को ख़बर तक ना हो । (तरमजी)
अर्श का साया नसीब होने वाले सात किस्म के अफराद में से एक वही है जो दाऐ हाथ से सदका देता तो बाऐ हाथ खो खबर तक न होती ।
अल्लाह तआला हम सब को दिन के रास्ते पे चलने की तौफीक अता फरमाए। आमीन।