Dua e Masura in Hindi | दुआएं मासूरा हिन्दी में
Dua e Masura in Hindi Arabic English । दुआएं मासुरा हिन्दी अरबी और इंग्लिश में।
दुआएं मासुरा नमाज़ के दुसरे रेकात मे जब आप अच्छे से बैठ जाते है और दुरूद ऐ इब्राहिम पढ़ने के फ़ौरन बाद दुआ ए मसूरा पढ़ा जाता है |आज हम दुआएं मासुरा को को याद करेंगे। दुआएं मासुरा याद करना बहुत जरूरी है क्योंकि दुआएं मासुरा नमाज में पढ़ने वाली एक अहम दुआ है। हमारे प्यारे नबी करीम सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम ने अपने सहाबा को दुआएं मासुरा सिखाया था। इसलिए ये दुआं हमें भी याद करना चाहिए।
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Dua e Masura in Hindi । दुआएं मासुरा हिन्दी में।
बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम
अल्लाहुम्मा इन्नी ज़लमतू नफ़्सी ज़ुलमन कसीरा, वला यग़फिरुज़-ज़ुनूबा इल्ला अनता, फग़फिरली मग़ फि-र-तम्मिन ‘ मिन इनदिका, वर ‘हमनी इन्नका अनतल ग़फ़ूरूर्र रहीम ।
दुआएं मासुरा तर्जुमा हिन्दी।
ऐ अल्लाह। बेसक मैंने अपने नफ्स यानी अपनी जान पर बहुत ज्यादा जुल्म किया और तेरे सिवा कोई भी गुनाहों को नहीं बख्श सकता बस मुझको बख़्श दे। अपनी खाश बख़्शिश से, और मुझ पर रहम फरमा, बेशक तु ही बख्शने वाला है, बेहद रहम वाला है।
दुआएं मासुरा - हदीस
अब्दुल्लाह बिन अमर रजि अल्लाहू तआला अनुहू रिवायत करते हैं कि एक मर्तबा हज़रत अबू बकर सिद्दीक़ रजि अल्लाहू तआला अनुहू की खिदमत में हाजिर हुए और फ़रमाया या अल्लाह के रसूल मुझे ऐसी दुआ सिखा दीजिए जो मैं नमाज़ में पढ़ा करूं। फिर नबी करीम सल्लल्लाहू तआला अलैहि वसल्लम ने उन्हें दुआ-ए-मासूरा सिखा दी।दुआएं मासुरा के फवायद
दोस्तो, पैगंबर-ए-इस्लाम, हज़रत मोहम्मद (सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम) ने मुसलमानों को मुख्तलिफ दुआओं की तालीम दी है, हर एक दुआ के अपने फ़वाइद और ख़ुसूसियात हैं। आज, हम दुआ ए मासुरा के फ़वाइद के बारे में बात करेंगे।• दुआ ए मसुरा अल्लाह तआला से अपने ग़ुनाहों की माफ़ी मांगने के लिए पढ़ी जाती है। अगर इस दुआ को ईमानदारी से पढ़ा जाए तो ख़ुदा तमाम हमारे गुनाहों को माफ़ कर देता है।
• बहुत से मुसलमान यक़ीन रखते हैं कि दुआ ए मसुरा की तिलावत से नई ताज़गी महसूस होती है, इसलिए तुम भी इस दुआ को पढ़ने की आदत बना लें।
• यह मानते हैं कि इस दुआ की तिलावत घर में बरकत लाती है और सभी परेशानियों को हल करती है।
• अगर तुम कोई काम मुकम्मल करने में मुश्किलों का सामना कर रहे हो, तो यह दुआ रोज़ाना नमाज़ें ख़त्म होने से पहले ज़रूर पढ़ें।
• कहते हैं कि अगर तुम सेहतमंदी की ख़्वाहिश रखते हो, तो नमाज़ें अदा करने से पहले दुआ ए मसुरा की तिलावत करें।
• याद रखें, दुआ ए मासुरा उन लोगों के लिए रूहानी और दुनियावी फ़वाइद का ज़रिया हो सकती है जो इसे ईमानदारी और ख़ुलूश से पढ़ते हैं।
Dua e Masura in English । दुआएं मासुरा अंग्रेजी में।
Bismillahir-rahmanir-rahim
Allahumma Inni Zalamtu Nafsi, Zulman Kaseeraan, Wala Yaghfiruz-Zunooba Illa Anta Faghfirlee Maghfiratan-m Min ‘Indika War Hamnee Innakaa Antal Ghafoorur Raheemu.
Dua e Masura in Arabic । दुआएं मासुरा अरबी में।
بِسْمِ ٱللَّٰهِ ٱلرَّحْمَٰنِ ٱلرَّحِيمِ
اَللّٰھُمَّ أِنِّیْ ظَلَمْتُ نَفْسِیْ ظُلْمًا کَثِیْرًا وَّلَا یَغْفِرُ الذُّنُوْبَ اِلَّا أَنْتَ فَاغْفِرْلِیْ مَغْفِرَةً مِّنْ عِنْدِكَ
وَارْحَمْنِیْ أِنَّكَ أَنْتَ الْغَفُوْرُ الرَّحِیْمَ
اے اللّٰه! بیشک میں نے اپنے نفس یعنی اپنی جان پر بہت زیادہ ظلم کیا اور تیرے سوا کوئی بھی گناہوں کو نہیں بخش سکتا بس مجھ کو بخش دے اپنی خاص بخشش سے
اور مجھ پر رحم فرما بیشک تُو ہی بخشنے والا، بے حد رحم والا ہے
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mashah allah